महाराज कृष्ण कौशिक और दिलीप दोषी के चित्र - प्रतिध्वनि

कविता, कहानी, संस्मरण अक्सर लेखक के मन की आवाज की प्रतिध्वनि ही होती है जो उसके समाज रुपी दीवार से टकराकर कागज पर उकेरी जाती है। यह कोना उन्हीं प्रतिध्वनियों को दर्ज करने की जगह है।

शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

महाराज कृष्ण कौशिक और दिलीप दोषी के चित्र

 उन दिनों फोटोग्राफी बहुत महंगी हुआ करती थी ! कलर फोटोग्राफी आम न थी ! तब पत्रिका के कलर पृष्ठों पर रंगीन चित्र छापने के लिए, कलर करने में निपुण फोटोग्राफरों से ब्लैक एंड व्हाइट चित्रों में कलर करवाकर रंगीन चित्रों के ब्लॉक बनवाकर क्रोमो आर्ट पेपर पर दोनों साइड कलर चित्र छापे जाते थे !   

तब ऑफसेट का जमाना नहीं था ! अधिकाँश पत्रिकाएं भी लेटरप्रेस में छपती थी ! 


उसके बहुत बाद ऑफसेट प्रिंटिंग आम हुई और अब तो कंप्यूटर ने सब कुछ कंप्यूटराइज्ड कर दिया है ! टेक्नोलॉजी बहुत आगे बढ़ गयी है ! 


तब साथ में दिए चित्र - खेल-खिलाड़ी के पृष्ठों पर, कलर करने में निपुण फोटोग्राफरों से ब्लैक एंड व्हाइट चित्रों में कलर करवाकर, ब्लॉक द्वारा क्रोमो आर्ट पेपर पर दोनों साइड कलर चित्र छापे गए थे !   


पेश हैं हॉकी के दिग्गज महाराज कृष्ण कौशिक और  क्रिकेट के महारथी स्पिनर दिलीप दोषी के चित्र !



महाराज कृष्ण कौशिक

दिलीप दोषी

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