महाराज कृष्ण कौशिक से एक मुलाकात - खेल खिलाड़ी 2 - प्रतिध्वनि

कविता, कहानी, संस्मरण अक्सर लेखक के मन की आवाज की प्रतिध्वनि ही होती है जो उसके समाज रुपी दीवार से टकराकर कागज पर उकेरी जाती है। यह कोना उन्हीं प्रतिध्वनियों को दर्ज करने की जगह है।

शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

महाराज कृष्ण कौशिक से एक मुलाकात - खेल खिलाड़ी 2

 मास्को 1980 समर ओलंपिक्स में गोल्ड मैडल जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे तथा विगत में भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच रहे महाराज कृष्ण कौशिक से भी मिलने और उनका इंटरव्यू लेने का मुझे अवसर रहा था ! 

खेल-खिलाड़ी उन दिनों बेहद लोकप्रिय पत्रिका थी ! अधिकाँश खिलाड़ी भी इस नाम से परिचित थे ! खेल-खिलाड़ी नाम लेते ही समय देने को तैयार हो जाते थे !

महाराज कृष्ण कौशिक से मिलने गए तो उनके साथ मेरी भी एक तस्वीर किसी तीसरे व्यक्ति ने खींच दी थी ! वह आपके लिए यह सोचकर पेश कर रहा हूँ कि शायद तब के योगेश मित्तल को महाराज कृष्ण कौशिक के साथ देखना आपको अच्छा लगे ! बहरहाल आपके विचार तथा टिप्पणियों का स्वागत है !


महाराज  कृष्ण कौशिक के साथ मैं


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