Image by 👀 Mabel Amber, who will one day from Pixabay |
मुर्दों का जो माँस नोचकर,
हलवा पूड़ी खाते हैं!
खुद को धर्मात्मा कहते हैं,
और बाबा कहलाते हैं!
गिरगिट जैसे रंग बदलते,
करते रहते जर्नी - यात्रा!
दस प्रतिशत सच में जो मिलाते
नब्बे प्रतिशत झूठ की मात्रा!
उन मीठे - मीठे लोगों से
शूगर जैसा रोग न पालो!
बीमारी के सभी कीटाणु,
कचरे के डिब्बे में डालो!
योगेश मित्तल
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